सफाई

जालंधर छावनी बोर्ड छावनी क्षेत्र की समस्त स्वच्छता के लिए जिम्मेदार है जैसे कि सड़क पर झाड़ू और सफाई, कचरा उठाने, अपशिष्ट निपटान, नालियों की सफाई, सार्वजनिक सड़कों और विभिन्न सार्वजनिक स्थानों सहित मृत पशुओं के उठाने और और उनका निपटान करने के लिए। जालंधर छावनी परिषद् का स्वच्छता विभाग सार्वजनिक सड़कों और स्थानों को, अपशिष्ट निपटान, नालियों की साफ़ – सफाई और कचरा उठाने जैसे क्षेत्रों की देख-रेख करता है।स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए, विभाजित किए गए डस्टबिनों को बायोडिग्रेडेबल और गैर-बायोडिग्रेडेबल कचरे के संग्रह के लिए उपयुक्त स्थानों पर रखा जाता है और कचरे को निपटान के लिए वहां से एकत्र किया जाता है। वहां पर सिविल कन्ज़र्वैन्सी सेवाओं के प्रावधान के लिए लगभग 150 कर्मचारी (नियमित और संविदात्मक) नियुक्त हैं। बोर्ड में सीवर जेटिंग और सीवर सक्शन मशीन भी है, अन्य उपकरण जैसे सुपर सक्सर्स और जेसीबी आदि की आवश्यकता आउटसोर्सिंग एजेंसियों के माध्यम से होती है।

जालंधर छावनी परिषद् आवासीय व शहरी निकाय मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के तहत स्वच्छ भारत मिशन को लागू कर रहा है। जनभागीदारी के साथ नियमित रूप से स्वच्छता अभियान को प्रोत्साहित किया जा रहा है। भारत सरकार के आवासीय व शहरी निकाय मंत्रालय द्वारा भारत के 62 छावनियों में स्वच्छ सर्वेक्षण 2018 के दौरान जालंधर छावनी को सभी 62 छावनियों में 10 वें स्थान पर रखा गया। भारत के स्वच्छ सर्वेक्षण -2019 के दौरान जालंधर छावनी को शौच-मुक्त (ओडीएफ) घोषित किया गया है और उसी के लिए फिर से प्रमाणित भी किया गया है।

भारत सरकार के आवासीय व शहरी निकाय मंत्रालय (MoHUA) द्वारा आयोजित स्वच्छ सुर्वेक्षण – 2020 में जालंधर छावनी परिषद को, 62 छावनी परिषदों में, प्रथम स्थान प्राप्त हुआ|

पूरे सिविल क्षेत्र में दिन में दो बार कचरे का डोर-टू-डोर कलेक्शन किया जा रहा है इस उद्देश्य के लिए 15 (गीला और सूखे कचरे के लिए) साईकल रिक्शा को तैनात किया गया है।

बायोडिग्रेडेबल कचरे को कम करने के लिए छावनी के विभिन्न स्थानों पर एरोबिक गड्ढों का निर्माण किया गया है बगीचे के कचरे को निपटाने के लिए छावनी परिषद् के बगीचों में अवायवीय गड्ढों का निर्माण किया गया है ।

मच्छर लार्वा रोधी अभियान समय-समय पर आयोजित किए जाते हैं।

नागरिकों की जिम्मेदारियां

1. नागरिक दैनिक आधार पर अपशिष्ट संग्रहकर्ताओं को बायोडिग्रेडेबल और गैर बायोडिग्रेडेबल कचरा सौंपने के लिए जिम्मेदार हैं

2.नागरिक सार्वजनिक स्थानों पर कूड़ा नहीं डालेंगें

3.नागरिकों को सार्वजनिक शौचालय एवं मूत्रालय को छोड़कर, किसी भी स्थान पर खुले में शौच नहीं करना चाहिए।

4.सभी बंगला निवासी / गृह निवासी अपने परिसर को साफ और स्वच्छ रखेंगे।